Welcome to KBD Business!

logo
Home Cart0 Wishlist0 YOUR KBD A/C

Success Story

about

Mr. Rajendra Patel


Associate Director


श्री राजेंद्र पटेल सर की कलम से........

एसोसिएट डायरेक्टर, कृष्णा बिजनेस डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड.
            मेरा जन्म गुजरात के एक छोटे गांव "परबिया" में हुआ, परन्तु कर्मभूमि वड़ोदरा बनी, जॉब के साथ-साथ इनकम के लिए, अलग-अलग काम करते हुए, MLM बिजनेस में प्रवेश किया. सीखने को बहुत कुछ मिला, परन्तु इनकम कुछ नहीं हुई, पुरानी कंपनी छोड़कर नई कंपनी में काम शुरू किया. बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा काम अच्छा शुरू होते ही जॉब छोड़कर पूर्ण टाईम काम शुरू किया, ऐसा प्रतीत हो रहा था, बस कुछ सालों में फाइनेंशियल फ्री हो जाऊँगा, परन्तु MLM का बिजनेस था, कंपनी आर्थिक समस्या से ग्रस्त हो गई, पे आउट मिलना बंद हो गया.
            एक दिन अचानक मुझे "मल्टीप्लायर तकनीक" की खेती प्रणाली की जानकारी मिली, मेरा पहला प्रश्न था, कंपनी MLM है क्या? जब पता चला की पीढ़ी दर पीढ़ी चलनेवाला डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर का बिजनेस है, मैंने तुरंत कंपनी मुख्यालय में जाने का निश्चित किया.
            कंपनी मुख्यालय में जाते समय तीन लोग साथ में लेकर गया, जब पता चला की, सात सालों के इस्तेमाल के बाद मिट्टी इतनी उपजाऊ बन जाएगी की, जिसमें रासायनिक ही नहीं, मल्टीप्लायर भी डालने की आवश्यकता नहीं रहेगी, इतना ही नहीं, किड रोग समस्या भी धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी. मैंने तथा मेरे साथ लोगों ने तुरंत डीलरशिप लेने का निश्चय किया. 
            वड़ोदरा में काम की शुरुआत करते ही आसपास के जिलों तक मल्टीप्लायर तकनीक की चर्चा फ़ाइल गई, डीलरशिप लेने के इच्छुक संपर्क करने लगे, किसान भाई एडवांस पैसा भेजकर उत्पादन मंगवाने लगे, प्रत्येक आर्डर का माल कंपनी मुख्यालय से वड़ोदरा तक आने में लगभग ०६ दिन का समय लगने से बिजनेस ग्रोथ में समस्या आ रही थी. कंपनी ने गुजरात का पहला ब्रांच ऑफिस वड़ोदरा में खोलने का निश्चय किया. अब प्रत्येक आर्डर की सेम डे डिलीवरी शुरू हो गई. काम में और तेजी आ गई.
            कोरोना आगमन के बाद लॉक डाउन लग गया, परन्तु एक सप्ताह के अंदर भारत सरकार की तरफ से कंपनी शुरू करने की परमिशन मिल गई, लगभग सभी व्यवसाय बंद होने के कारण ट्रांसपोर्ट बंद थे, कंपनी ने स्वयं की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था शुरू की, लॉक डाउन के समय लोगों ने बचत का पैसा निकाल-निकालकर घर खर्च चलाया, मल्टीप्लायर बिजनेस से जुड़े लोगों ने हमेशा के मुकाबले ज्यादा पैसा कमाया, उस दिन पता चला की, बेस्ट प्रॉडक्ट और बेस्ट कंपनी हो तब हर समस्या से मुकाबला संभव होता है. कोरोना काल में कंपनी के द्वारा लिए गए निर्णय और डीलर्स की आमदनी ने कंपनी के प्रति विश्वास और मजबूत बनाया.
            लॉकडाउन का दूसरा फायदा यह हुआ कि, शहर से बाहर जाना आना कम हो गया, कंपनी मुख्यालय में होनेवाली मीटिंग बंद हो गई, ऑनलाइन मीटिंग शुरू हो गई, लोगों को उनके घर से मीटिंग में बैठाना आसान हो गया. बिजनेस ग्रोथ के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल शुरू हुआ. सोशल मिडिया के कारण "मल्टीप्लायर तकनीक" की जानकारी करोड़ों किसान भाईयो तक पहुँचाने का फायदा यह हुआ की, जब भी किसी नए किसान भाई को जानकारी देते, वह बताता की, हाँ मैंने "मल्टीप्लायर तकनीक" की खेती के विषय में सुना है. तुरंत किसान भाई आर्डर दे देता है.
            कंपनी ने दिनांक १७/०५/२०१९ को मुझे "ऑर्गेनिक भारत के अनमोल रत्न" पुरस्कार से सम्मानित किया, यह विशेष पुरस्कार भारत में सिर्फ और सिर्फ मुझे मिला है. इसकी बाद कंपनी ने मुझे "आर्गनिक भारत के शिल्पकार" पुरस्कार से सम्मानित किया. सम्पूर्ण भारत में सबसे ज्यादा टर्नओवर करने का बहुमान वड़ोदरा ब्रांच ऑफिस को मिला, वर्ष २०२३ में अवार्ड में ५१००० रुपये तथा शील्ड मिली थी. आज में कंपनी में एसोसिएट डायरेक्टर हूँ, कंपनी के प्रॉफिट का भागीदार हूँ.
            वर्ष २०२२ में " ग्रेट लीडर समिट" कायर्शाला में चुनिंदा लोगों के साथ मेरा और मेरे कुछ लोगों का चुनाव हुआ, इस कार्यशाला में सहभाग के बाद, मेरे बिजनेस की गति बुलेट ट्रेन की हो गई, कल तक में स्वयं को कृषि तज्ञ समझता था, इस ट्रेनिंग के बाद ऐसा लग रहा है, जैसे मुझे कृषि तकनीक में PHD मिल गई और सेल्समैन नहीं, अब में सुपर सेल्समैन बन गया हूँ. ग्राहकों से, बिजनेस पार्टनर से बात करने का नया सलीका मिल गया, जिसके कारण मेरे शब्द उनको ब्रम्ह वाक्य लगने लगे हैं.
            वर्ष २०२३ के प्रारंभ में कंपनी ने १,००००० डिस्ट्रीब्यूटर का टप्पा पार किया,  कंपनी ने मुख्यालय में एक भव्य फंक्शन का आयोजन किया, जिसमें "एक लाख से एक करोड़" का टारगेट निश्चित किया गया. इसके बाद में और मेरे सभी बिजनेस पार्टनर तेजी से टारगेट पर काम कर रहे हैं. भारत के सभी राज्यों के सहभाग में उल्लेखनीय योगदान गुजरात का रहेगा.